हमारे देश में प्राचीन काल से ही एक परंपरा रही है कि शादी से पहले कुंडली का मिलाप किया जाए। शास्त्रों के अनुसार कुंडली मिलाप से यह तय हो सकता है कि शादी के बाद उनकी शादी कैसी होगी। इसके अलावा यदि दूल्हा या दुल्हन की कुंडली में कोई दोष है तो उसे मंगल दोष शांति पूजन उज्जैन से रोका जा सकता है। इन दोषों में मंगल दोष सबसे बड़ा दोष माना जाता है। आपने भी अक्सर देखा होगा कि जिन लोगों की कुंडली में मांगलिक दोष होते हैं, उनकी शादी में बाधा अवश्य आती है और विवाह में बहुत देर हो जाती है। ऐसा क्यों होता है, इसके लिए सबसे पहले आपको यह जानना जरूरी है कि मंगल दोष क्या है।
- kalsparpdosh7